Maati ka beta | Independence Day, Hindi, Poem
स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 1960 (स्त्रोत ) |
खून के बदले जो आज़ादी का सौदा करते थे ,
अपने ही रक्त की स्याही में नौजवान दस्तखत करते थे ..
उस आज़ाद हिंद फ़ौज के पन्नों में , लहू से लिखा है मेरा नाम कहीं ..
दुनिया को मै याद नहीं , मेरी कोई पहचान नहीं ..